जानें भारतीय क्रिकेटरों को कितनी सैलरी मिलती है? Know the Salary of Indian Cricketers in Hindi
BCCI Annual Contract List/Salary of Indian players: वर्तमान में भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (BCCI)अपनी वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में सभी खिलाडियों को 4 ग्रेड में बांटता है. A+, A, B और C. अब A+ ग्रेड में आने वाले खिलाड़ी को हर साल कितने रूपये दिए जाते हैं. साथ ही जानते हैं कि A+ ग्रेड में किन खिलाड़ियों को जगह मिली है.
Indian Cricketer Salary in Hindi – BCCI Annual Contract List/Salary of Indian players: बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेटरों (पुरुष और महिला दोनों) के लिए उनके प्रदर्शन के आधार पर वेतन आवंटित किया जो कि बीसीसीआई की ग्रेडिंग प्रणाली में स्थान पाने के लिए उनके अंक के रूप में दर्शाता है. ऐसा इसीलिए किया जाता है ताकि खिलाड़ी अच्छी सैलरी पाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करते रहें और भारतीय टीम सफलता के नये आयामों को छुए.
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की केंद्रीय अनुबंध सूची में ग्रेड बी में पदावनत किया गया था, जिसे बोर्ड की शीर्ष परिषद द्वारा अनुमोदित किया गया था.
पुजारा, रहाणे और इशांत शर्मा, जो पिछले साल तक ग्रेड ए में थे, अब ग्रेड बी में हैं. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, A+ श्रेणी में विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह हैं.
क्रिकेट के खेल को पूरी दुनिया में फुटबॉल के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल समझा जाता हैl इस खेल में दौलत और सौहरत दोनों ही भरपूर मात्रा में मिलती हैं. यही कारण है कि भारत का हर युवा क्रिकेट की दुनिया में अपना कैरियर बनाना चाहता है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पुरुष और महिला सीनियर क्रिकेटरों के लिए यह कॉन्ट्रैक्ट (BCCI annual contract 2019-2020) अक्टूबर 2019 से सितम्बर 2020 के बीच लागू करने का फैसला लिया था .
BCCI अनुबंधित खिलाडियों को चार श्रेणियों में रखता है A+ , A, B और C. अब A+ ग्रेड में आने वाले खिलाड़ी को हर साल 7 करोड़ रुपये , A ग्रेड वाले खिलाड़ी को 5 करोड़ रुपये और B ग्रेड वाले को पूरे साल में 3 करोड़ रुपये और C ग्रेड के खिलाड़ी को हर साल 1 करोड़ रुपये दिए जायेंगे.
I. A+ ग्रेड में आने वाले खिलाड़ी को 7 करोड़ रुपये वार्षिक मिलते हैं.
II. A ग्रेड वाले खिलाड़ी को 5 करोड़ रुपये वार्षिक मिलते हैं.
III. B ग्रेड वाले खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपये वार्षिक मिलते हैं.
IV. C ग्रेड वाले खिलाड़ी को 1 करोड़ रुपये वार्षिक मिलते हैं.
A+ ग्रेड: इस ग्रेड में 3 खिलाड़ी शामिल हैं. BCCI ने ग्रेड की यह नयी श्रेणी बनायीं थी.
1. विराट कोहली
2. रोहित शर्मा
3. जसप्रीत बुमराह
A ग्रेड: नए कांट्रेक्ट में इस ग्रेड में 5 खिलाड़ी शामिल हैं.
1. रविचंद्रन अश्विन
2. रवींद्र जडेजा
3. केएल राहुल
4. मोहम्मद शमी और
5. ऋषभ पंत
B ग्रेड: इस श्रेणी में नए कॉन्ट्रैक्ट में 7 खिलाड़ी हैं
1. चेतेश्वर पुजारा
2. अजिंक्य रहाणे
3. अक्षर पटेल
4. शार्दुल ठाकुर
5. श्रेयस अय्यर
6. मोहम्मद सिराज और
7. इशांत शर्मा
C ग्रेड: इस ग्रेड में 12 खिलाड़ी शामिल हैं.
1. शिखर धवन
2. उमेश यादव
3. भुवनेश्वर कुमार
4. हार्दिक पांड्या
5. वाशिंगटन सुंदर
6. शुभमन गिल
7. हनुमा विहारी
8. युजवेंद्र चहल
9. सूर्यकुमार यादव
10. रिद्धिमान साहा
11. मयंक अग्रवाल और
12. दीपक चाहर
टेस्ट मैच, वनडे और T-20 (अंतरराष्ट्रीय) में एक मैच के लिए कितना रुपया मिलता है ?
I. प्रत्येक खिलाड़ी को एक टेस्ट मैच खेलने के लिए मिलता है: लगभग 15 लाख रुपये
II. प्रत्येक खिलाड़ी को एक वनडे मैच खेलने के लिए मिलता है:लगभग 6 लाख रुपये
III. प्रत्येक खिलाड़ी को एक T-20 मैच खेलने के लिए मिलता है: लगभग 3 लाख रुपये
नोट: यहाँ पर यह बात ध्यान देने वाली है कि एक खिलाडी को अनुबंध के तहत मिलने वाली राशि और एक मैच खेलने के लिए मिलने वाली मैच राशि (match fee) अलग-अलग होती है. डॉलर में मूल्य में उतार चढ़ाव होने पर इन खिलाडियों की मैच फीस में भी परिवर्तन होगा.
खिलाडियों को मिलने वाला बोनस:
यदि कोई खिलाड़ी वनडे या टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाता है तो उसको 5 लाख रूपये अलग से बोनस के रूप में मिलते हैं चाहे वह किसी भी ग्रेड का हो। टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने पर 7 लाख रूपये, 5 विकेट चटकाने पर 5 लाख रूपये और यदि कोई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में 10 विकेट चटका लेता है तो उसको ईनाम के तौर पर 7 लाख रूपये अलग से मिलता है।
टीम का परफॉर्मेंस बोनस: खिलाड़ी के प्रदर्शन के आधार पर BCCI खिलाड़ी को प्रदर्शन पुरस्कार भी देती है। जिसके अंतर्गत अगर कोई खिलाड़ी शीर्ष तीन टीमों के खिलाफ अर्धशतक या शतक जड़ता है तो उन्हें सैलरी में 30% से 60% की बढ़ोतरी दी जाती है।
अब सोचने वाली बात यह है कि जब सिर्फ क्रिकेट में ही इतना सारा पैसा कमाया जा सकता है तो भला कोई और क्यों किसी और खेल को खेलना पसंद करेगा? जो देश (अमेरिका,चीन,रूस,फ्रांस,जर्मनी इत्यादि) ओलिंपिक में सबसे अधिक गोल्ड मेडल जीतते हैं उनके देश में क्रिकेट की दीवानगी नहीं है. भारत में क्रिकेट एक धर्म की तरह है लेकिन इसे ओलिंपिक खेलों में शामिल नहीं किया जाता है और अन्य खेलों में भारत फिसड्डी साबित होता है.
यहाँ पर यह बात दुःख के साथ कहनी पड़ रही है कि भारत में अन्य खेलों की दुर्दशा के लिए क्रिकेट का अधिक विकास जिम्मेदार है.
Resource : JagranJosh